अमेरिकी दूत एरिक गार्सेटी भारत-कनाडा तनाव पर: “हम दोनों देशों की परवाह करते हैं”

गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका भारत और कनाडा दोनों के साथ मजबूत संबंध रखता है। उन्होंने कहा कि दोनों देश अमेरिका के करीबी दोस्त और सहयोगी हैं।

भारत और कनाडा के बीच पिछले कुछ समय से तनाव चल रहा है। इस तनाव को हल करने के लिए अमेरिका दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहा है। अमेरिकी दूत एरिक गार्सेटी ने हाल ही में कहा है कि अमेरिका दोनों देशों की परवाह करता है और वह चाहता है कि वे इस तनाव को हल करें।

गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका भारत और कनाडा दोनों के साथ मजबूत संबंध रखता है। उन्होंने कहा कि दोनों देश अमेरिका के करीबी दोस्त और सहयोगी हैं। गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के बीच तनाव को देखकर चिंतित है। उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि दोनों देश इस तनाव को हल करें और अपने संबंधों को सुधारें।

गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के साथ बातचीत कर रहा है और उन्हें इस तनाव को हल करने में मदद करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि दोनों देश जल्द ही इस तनाव को हल कर लेंगे और अपने संबंधों को सुधार लेंगे।

भारत और कनाडा के बीच तनाव के कई कारण हैं। इनमें से एक कारण है कनाडा में रहने वाले सिखों का खालिस्तान आंदोलन। खालिस्तान आंदोलन का उद्देश्य पंजाब में एक स्वतंत्र सिख राष्ट्र की स्थापना करना है। कनाडा में रहने वाले कई सिख इस आंदोलन का समर्थन करते हैं। भारत सरकार इस आंदोलन को आतंकवादी गतिविधि मानती है।

एक अन्य कारण है कनाडा में रहने वाले भारतीयों की संख्या में वृद्धि। कनाडा में रहने वाले भारतीयों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत सरकार को चिंता है कि कनाडा में रहने वाले भारतीय अपनी भारतीय संस्कृति और पहचान खो सकते हैं।

गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका भारत और कनाडा के बीच तनाव को कम करने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के साथ बातचीत कर रहा है और उन्हें इस तनाव को हल करने में मदद करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि दोनों देश जल्द ही इस तनाव को हल कर लेंगे और अपने संबंधों को सुधार लेंगे।

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