इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध समाचार: हमास क्या है और वह क्या चाहता है?

हमास का मुख्य लक्ष्य इजरायल के कब्जे से फिलिस्तीन को मुक्त कराना और एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना है। हमास ने इजरायल पर आत्मघाती हमले और रॉकेट हमले किए हैं, जिसके कारण हजारों लोगों की मौत हुई है।

हमास (हरकत अल-मुकावमा अल-इस्लामी) एक इस्लामी आंदोलन और सशस्त्र समूह है जो फिलिस्तीन के गाजा पट्टी में सक्रिय है। इसकी स्थापना 1987 में हुई थी और इसे फिलिस्तीन में सबसे बड़े सशस्त्र समूहों में से एक माना जाता है।

हमास का मुख्य लक्ष्य इजरायल के कब्जे से फिलिस्तीन को मुक्त कराना और एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना है। हमास ने इजरायल पर आत्मघाती हमले और रॉकेट हमले किए हैं, जिसके कारण हजारों लोगों की मौत हुई है।

हमास को कई देशों द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ, और इजरायल शामिल हैं। हालांकि, हमास गाजा पट्टी में वास्तविक शक्ति है और वहां की सरकार चलाता है।

हमास क्या चाहता है?

हमास चाहता है कि इजरायल गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस ले ले और फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दे। हमास यह भी चाहता है कि सभी फिलिस्तीनी शरणार्थियों को इज़राइल में वापस आने का अधिकार दिया जाए।

हमास और इजरायल के बीच संघर्ष क्यों है?

हमास और इजरायल के बीच संघर्ष फिलिस्तीन के कब्जे को लेकर है। इज़राइल ने 1967 में गाजा पट्टी पर कब्जा कर लिया था और तब से वहां कब्जा जारी है। फिलिस्तीनी लोग चाहते हैं कि इजरायल गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस ले ले और उन्हें एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दे।

संघर्ष का समाधान कैसे हो सकता है?

संघर्ष का समाधान तभी होगा जब इजरायल और फिलिस्तीन दोनों देश एक-दूसरे के अधिकारों को मानेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से अपने मतभेदों को सुलझाएंगे। इसके लिए दोनों देशों को आपसी समझौते पर पहुंचना होगा, जिसमें फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता देना और इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल होगा।

हालांकि, यह समाधान बहुत मुश्किल है, क्योंकि दोनों देशों के बीच बहुत गहरे मतभेद हैं। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच कई सालों से शांति वार्ता चल रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

Read More News Click Here

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *