कांग्रेस के इस रुख में बदलाव को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पार्टी ने अतीत में इज़रायल के साथ मधुर संबंध बनाए रखे हैं।
कांग्रेस ने मध्य पूर्व में युद्ध पर अपना रुख बदला है और अब फिलीस्तीनियों के लिए समर्थन व्यक्त किया है, लेकिन इज़रायल का कोई उल्लेख नहीं किया है। यह बदलाव कांग्रेस के 85वें अधिवेशन में पारित एक प्रस्ताव में देखा गया है, जो हाल ही में रायपुर, छत्तीसगढ़ में आयोजित किया गया था।
https://www.instagram.com/showmanship.in/
प्रस्ताव में कहा गया है कि “कांग्रेस पार्टी फिलीस्तीनी लोगों के संघर्ष के लिए अपना समर्थन व्यक्त करती है और इज़रायली कब्जे और उत्पीड़न को समाप्त करने के लिए उनके आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन करती है।” प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि “कांग्रेस पार्टी दो-राज्य समाधान का समर्थन करती है, जिसके तहत इज़रायल और फिलीस्तीन एक दूसरे के साथ शांति और सुरक्षा के साथ रहें।”
कांग्रेस के इस रुख में बदलाव को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पार्टी ने अतीत में इज़रायल के साथ मधुर संबंध बनाए रखे हैं। हालांकि, यह देखा जाना बाकी है कि क्या कांग्रेस का यह नया रुख जमीन पर कोई बदलाव लाएगा।
![](https://showmanship.in/wp-content/uploads/2023/10/caste-census-will-be-conducted-in-congress-ruled-states-rahul-gandhi-090040322-16x9_11zon.jpg)
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कांग्रेस का यह रुख में बदलाव पार्टी के मुस्लिम वोट बैंक को लुभाने का प्रयास हो सकता है। हालांकि, अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि कांग्रेस वास्तव में मध्य पूर्व में शांति और न्याय के लिए प्रतिबद्ध है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस का यह नया रुख इज़रायल और फिलीस्तीन के बीच शांति प्रक्रिया को कैसे प्रभावित करता है।
Read More News Click Here