नेपाल में 200,500 के भारतीय नोट चलन से बाहर कर दिए हैं। अब नेपाल में भारत के 100 रुपये और उससे कम के नोट ले जाकर ही सामान की खरीदारी की जा सकेगी। भारतीय नागरिक नेपाल में प्रवेश करते समय प्रतिबंध है।
सरकार ने भारत के 200 और 500 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध 25 सितंबर, 2023 से प्रभावी हो गया है। इससे पहले नेपाल ने 2018 में ही भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
नेपाल सरकार का कहना है कि यह प्रतिबंध कालाधन और आतंकवाद को रोकने के लिए लगाया गया है। नेपाल सरकार का कहना है कि 200 और 500 रुपये के नोटों का इस्तेमाल अक्सर अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है।
इस प्रतिबंध से नेपाल में रहने वाले भारतीय नागरिकों को परेशानी हो सकती है। इन नोटों को नेपाल में जमा करने के लिए नेपाल राष्ट्र बैंक के पास 30 जून, 2024 तक का समय दिया गया है।
नेपाल के इस फैसले से भारत के साथ उसके संबंधों में तनाव पैदा हो सकता है। भारत सरकार ने इस फैसले पर चिंता व्यक्त की है। भारत सरकार ने कहा है कि वह नेपाल से इस फैसले को वापस लेने का अनुरोध करेगी।
नेपाल के इस फैसले के कुछ कारण:
- कालाधन और आतंकवाद को रोकना
- नेपाल की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना
- नेपाली करेंसी की वैल्यू बढ़ाना
नेपाल के इस फैसले के कुछ प्रभाव:
- भारत और नेपाल के संबंधों में तनाव बढ़ सकता है।
- नेपाल में रहने वाले भारतीय नागरिकों को परेशानी हो सकती है।
- नेपाल की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
![](https://showmanship.in/wp-content/uploads/2023/09/nepal-india-trade-treaty.jpg)
200, 500 के भारतीय नोट चलन से बाहर कर दिए हैं। अब नेपाल में भारत के 100 रुपये और उससे कम के नोट ले जाकर ही सामान की खरीदारी की जा सकेगी। भारतीय नागरिक नेपाल में प्रवेश करते समय 5 हजार से अधिक की धनराशि भी नकद नहीं ले जा सकेंगे।
भारत से स्वदेश लौटते समय नेपाली नागरिकों को भंसार कार्यालय में साथ ले जाई जा रही धनराशि का रिकार्ड देना होगा। नेपाल-भारत के खुले व्यापारिक संबंधों पर नेपाल के राष्ट्रीय बैंक के नए आदेश भारी पड़ रहे हैं।
नेपाल राष्ट्रीय बैंक ने अपने यहां नोटिफिकेशन जारी कर भारत के 100 से अधिक के नोट से वहां कारोबार नहीं करने को कहा है। नेपाल जाने वाले भारतीयों के लिए पांच हजार की धनराशि ही भारतीय मुद्रा में वहां ले जाने की अनुमति होगी।
जबकि भारत से वापस अपने देश लौटने वाले नेपाली नागरिकों के लिए धनराशि का विवरण सीमा पर स्थित कस्टम कार्यालय में रिकार्ड करने की बध्यता कर दिया है। ऐसे में रोज आवाजाही कर बाजारों में खुले हाथों से खरीदारी करना अब संभव नहीं होगा।
निर्धारित धनराशि ले जाने पर सीमा शुल्क देना होगा। राष्ट्र बैंक ने यह भी जानकारी दी है कि जो लोग भारत जा रहे उन्हें बैंकों और वित्तीय संस्थानों से 25 हजार तक और चिकित्सा उपचार तक 50 हजार का लाभ मिल सकता है।