पहली बार ऑनलाइन क्लास में 500 छात्र शामिल हुए। बच्चे न केवल यूट्यूब वीडियो के कमेंट बॉक्स में सवाल भेजे थे, बल्कि इंस्टाग्राम, फेसबुक और ईमेल पर भी सवाल पूछने लगे।
न्यूजीलैंड में अपनी गणितीय प्रतिभा से छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय बने भारतीय मूल के सुभाष चंदर की डिमांड लगातार बढ़ रही है। उनके यूट्यूब चैनल में लाइव स्ट्रीमिंग हो रही उनकी क्लास से पढ़कर कई बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पा रहे हैं। यह सब बच्चे मुफ्त में पा रहे हैं। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के रहने वाले सुभाष चंदर की उम्र जब 12 साल की थी, तभी उनके परिवार के लोग न्यूजीलैंड जाकर बस गये थे। अपने काम से छात्रों के मुरीद बने सुभाष खुद को इंजीनियर के बजाए एक शिक्षक के रूप में देखना पसंद करते हैं।
अधिकतर बच्चे किशोरावस्था वाले हैं
न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में रह रहे 41 साल के सुभाष चंदर से पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे किशोरावस्था वाले हैं। वे वहां दसवीं लेवल की पढ़ाई करते हैं। ऐसे बच्चे सुभाष चंदर की क्लास में अपने कठिन से कठिन सवालों का जवाब पा जाते हैं। इससे उनके यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइबर्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
दस साल पहले शुरू किया था अपना ट्यूटोरियल
सुभाष चंदर ने वीडियो ट्यूटोरियल को शुरू किये हुए दस साल हो गये। यह काम उन्होंने तब शुरू किया था, जब वे 25 वर्ष के थे और दक्षिणी ऑकलैंड के एक हाईस्कूल में पढ़ा रहे थे। इस दौरान उन्होंने महसूस किया कि कुछ बच्चे एक ही सवाल को बार-बार उनसे पूछने आते हैं। तब उनके मन में यह विचार आया कि कुछ ऐसा किया जाए, जिससे सभी बच्चों को उनके सवालों का जवाब मिल जाए।
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टीचर्स एसोसिएशन ने की प्रशंसा, सम्मान पत्र भी दिया
उन्होंने बच्चों से बात की और उनके सहयोग से ऑनलाइन ट्यूटोरियल शुरू किया। उनका यह काम छात्रों के बीच इतनी तेजी से फैला कि हर तरफ चर्चा शुरू हो गई। यहां तक कि न्यूजीलैंड एसोसिएशन ऑफ मैथमेटिक्स टीचर्स ने भी उनकी प्रशंसा की और उन्हें सम्मान पत्र दिया।
विदेशों में भी देखा जा रही ऑनलाइन वीडियो क्लास
कुछ सालों बाद सुभाष चंदर को यह लगा कि उनके वीडियो को विदेशों में भी देखा जा रहा है। इससे उन्होंने लाइव-स्ट्रीम शुरू कर दी। फिर उन्होंने परीक्षाओं की तैयारी के लिए हर सप्ताह अपनी कक्षाएं लाइव-स्ट्रीम शुरू कर दी। पहली बार इसमें 500 छात्र शामिल हुए। इस दौरान बच्चे न केवल यूट्यूब वीडियो के कमेंट बॉक्स में सवाल भेजते थे, बल्कि इंस्टाग्राम, फेसबुक और ईमेल पर भी सवाल भेजने लगे।
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