आज कि इस खबर में राहुल गाँधी ने वर्ल्ड कप में भारत कि हार का ज़िम्मेदार पीएम नरेंद्र मोदी को मौजूदगी बताया है। उन्होने कहा कि प्रधान मंत्री एक पनोती हैं वो स्टेडियम में मौजूद नहीं होते तो आज वर्ल्ड कप भारत का होत। कांग्रेस के सभी नेताओ ने राहुल गाँधी के इस बयान में जल्दी से अपनी हामी भरी और राहुल के साथ हाँ में हाँ मिलाते हुए इस अपशव्द का प्रयोग किया।
लेकिन उनकी अब इस तरह की अपशव्दो का भारत के प्रधान मंत्री को कुछ बोलना उन्ही पर भारी पड़ सकता है क्योकि मोहम्मद शमी जिन्होंने पुरे वर्ल्ड कप में अपनी शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया उन्होने खुद मोदी जी की ड्रेसिंग रूम की मौजूदगी की बड़ी सराहना की है और कहा कि हम वर्ल्ड कप हर चुके थे मगर हमारी हर के बाद भी प्रधान मंत्री ने हमारे बेहतरीन प्रदर्शन कि सराहना करते हुए हमारे अंदर आत्मविश्वास जगाया। तब हमे लगा कि देश का सबसे जिमीदार व्यक्ति हमे सहनुभूति दे रहे हैं इससे बड़ी बात भारतीय टीम के लिए और क्या हो सकती है।
अब तक का इतिहास ये बताता है कि कांग्रेस या राहुल गाँधी के द्वारा जब जब बीजेपी नेता या प्रधान मंत्री को अपशव्दो का प्रयोग किया तब तब उनको इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। चाहे वह शव्द “चौकीदार चोर” , “मौत का सौदागर । कांग्रेस के नेता अय्यर ने तो “नीच आदमी ” जैसे शव्दो का प्रयोग किया जिसका भुगतान तो कांग्रेस पार्टी को देना पड़ेगा।
अब राहुल के इस बयान के पलटवार में बीजेपी मोहम्मद शमी के इस बयान पर बार बार जोर डालेगी और उसका प्रचार करेगी , और सोशल मीडिया में और आने वाले चुनावो के प्रचार में बार बार उछलेगा। अभी पांच राज्यों के चुनाव तो ख़त्म होने वाले हैं पर लोकसभा के वोटिंग में इन पर काफी मदद मिलेगी। इस बयान पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम सबको पता है कि राहुल गाँधी मोदी जी से कितनी नफरत करते हैं तभी इस तरह कि शब्दावली का प्रयोग करते हैं। पर मोहम्मद शमी का यह बयान हमारे देश वासियो के लिए बहुत महत्व रखता है इसके आगे में और कुछ नहीं कहना चाहूंगा