विश्वकप-२०२३ यानि (आईसीसी) ने कम से कम 20 प्रायोजकों के साथ हिस्सेदारी दिखाई। तो उनके पास छह वैश्विक स्तर हिस्सेदार हैं। इनके नाम हैं एमआरएफ टायर्स, बुकिंग कॉम, इंडसइंड बैंक,एमिरेट्स अन्य शामिल हैं। एक्सपर्ट्स का माने तो, आयोजन से आईसीसी कोभारतीय करेंसी के मुताबिक लगभग 1,249 करोड़ रुपये की कमाई करने का अनुमान है।
टीवी पर दर्शकों ने 2019 की तुलना में लोग डिज्नी टीवी पर 12% अधिक समय बिता रहे हैं । इससे स्टार व डिज्नी को 2,500 करोड़ रुपये तक का फ़ायदा हुआ है। बीसीसीआई ने भी इस वर्ल्ड कप से काफी फायदा हुआ है। स्टेडियम में भी लाखो लोगो ने मैच देखे हैं। पहले सेमीफाइनल तक अनुमान के हिसाब से 42 मैचों के लिए 10 स्टेडियम में 10 लाख से ज़्यादा फैंस स्टेडियम में अपनी मौजूदगी को जता चुके हैं । अब फाइनल में भी आशा है की नरेंद्र मोदी स्टेडियम में एक लाख से अधिक दर्शक उपस्थित हों।
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अभी भारत के विश्व कप के फाइनल में पहुंचने से दर्शकों की गणना बढ़ती जा रही है। भारत एक ऐसा देश हैं जहाँ हर गली -नुक्कड़ पर आपको क्रिकेट प्रेमी क्रिकेट खेलते दिख जाएंगे तो ज़ाहिर सी बात है की क्रिकेट फैंस की संख्या सबसे ज्यादा भारत में है और विश्व कप का फाइनल कोई भी क्रिकेट फैन क्रिकेट मैच नहीं छोड़ेगा। ऐसे में 19नवंबर को देश में सभी सड़कें सुनसान होने वाली हैं और इससे सबसे ज्यादा फायदा आईसीसी, बीसीसीआई और डिज्नी+हॉटस्टार को (स्टार) को होने की उम्मीद है। इस विश्वकप से भारतीय इकॉनमी में 13 हजार से 20 हजार करोड़ रुपये की बेनेफिट होने का अंदाज़ा लगाया गया है। 2019 क्रिकेट विश्वकप के आयोजन से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था बढ़कर लगभग 3,600 करोड़ रुपये हुई थी।