आपको बता दें कि लोकसभा में 33 सांसदों को निलंबित कर दिया है जिन्होंने संसद में हंगामा किया था। इन सबको शीत सत्र की लोकसभा में बैठने की आज्ञा नहीं है. इन सबमे कांग्रेस सदन में नेता अधीर सिंह चौधरी भी शामिल हैं। जिन लोगो ने संसद में हंगामा किया था उनको निलंबित कर दिया गया है और अब संख्या 47 हो चुकी है क्योंकि पिछले सप्ताह में 14 संसदो को ससपेंड किया था। TMC केराजयसभा संसद डेरेक ओ ब्रायन भी इसमें शामिल है | अधीर चौधरी की मांग है कि उन संसदो को बापिस लिया जाये जिनके खिलाफ एक्शन लिया गया है।
दरअसल अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारी मांग आपसे यह है कि ग्रह मंत्री सदन में आकर लोकसभा में हुई सुरक्षा चूक को लेकर बयान जारी किया जाये। टीवी में बोलते हैं थोड़ा संसद में भी बोल लें की वर्तमान सरकार ने सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाये हैं हम बस यही चाहते हैं की हमे ये जबाव मिले की सरकार सुरक्षा के लिए क्या कर रही है। हम बस यही पूछ रहे हैं की कब होम मिनिस्टर संसद में आएंगे और इस पर बयान जारी करेंगे। इन सवालों को पूछने पर ही हमे निलंबित कर दिया गया जबकि लोकसभा बीजेपी के संसद प्रताप सिंह और रमेश बिधूड़ी पर कोई एक्शन नहीं लिया गया आखिरकार ये वेदभाव क्यों। यह तो लोकतंत्र की हत्या हुई। पर भले ही हमे ही हमे ससपेंड कर दिया हो हम फिर भी आवाज उठाएंगे।
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प्रह्लाद जोशी जो संसद के कार्य मंत्री हैं उनके प्रस्ताव पर ससपेंड होने वाले संसदो के नाम के जयकुमार, विजय वसंत और अन्य हैं जिनके ऊपर संसद के पोडियम पर चढ़ने का आरोप है। इसके अलावा डी आरके बालू , दयानिधि मारन और अन्य पर भी आरोप है। किशनगंज के कांग्रेस संसद ने कहा की बीजेपी संसद की नयी बिल्डिंग पूरी तरह से सेफ है। लेकिन अब क्या हुआ इसे बने हुए तो लगभग चार महीने ही हुए हैं और इस तरह की सुरक्षा चूक हुई।
इसके लिए कम से कम पीएम या गृह मंत्री को बयान जारी किया जाये