भारत इंटरनेशनल व्यापार मेला 2023 के 42वें संस्करण का उद्घाटन कल नई दिल्ली के प्रगति मैदान में होने वाला है। उद्घाटन समारोह का नेतृत्व वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा होगा । चौदह दिन के इस मेले का विषय वसुधैव कुटुंबकम है जो सतत विकास और कल्याण प्राप्त करने के लिए व्यापार में परस्पर जुड़ाव और साथ के प्रमुखता पर जोर देता है। इस आयोजन के लिए हिस्सेदारी राज्यों में बिहार और केरल मिला हुआ हैं और फोकस राज्य दिल्ली, केंद्रीय शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश होंगे। मेले में भारत और विदेश से तीन हजार से अधिक प्रदर्शक भाग लेंगे।
पिछले संस्करणों के जैसे , राज्य दिवस समारोह, सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उत्सव आने वालो के लिए अतिरिक्त आकर्षण के रूप में सामने आएंगे। 46 केंद्रीय मंत्रालयों/कमोडिटी बोर्ड/पीएसयू अर्थात् केवीआईसी, आयकर विभाग, डीजीटीएस (सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क), आयुष मं त्रालय, सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नेशनल जूट बोर्ड, ग्रामीण विकास मंत्रालय, आरबीआई की भागीदारी। एमएसएमई, एनएचडीसी, एलआईसी, डीसी हस्तशिल्प, भारतीय मसाला बोर्ड, रेल मंत्रालय, एसबीआई, ट्राइफेड, सामाजिक न्याय मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, बिजली मंत्रालय, इस्पात मंत्रालय, खान मंत्रालय अपने-अपने क्षेत्रों की उपलब्धियों का प्रदर्शन करेंगे।
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मेले का टाइम शुरू है सुबह 10.00 बजे से सायं 7.30 बजे तक रहेगा। 14 दिनों के दौरान अपेक्षित दर्शकों की संख्या 10,00,000 से ज़्यादा होगी। और वहां की एंट्री टिकट सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन को छोड़कर चयनित मेट्रो स्टेशनों पर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से प्राप्त हैं।
अंदर प्रवेश द्वार गेट नंबर 4,6 और 10 से है।
मेले में आने वालो के लिए पार्किंग बेसमेंट 1 में उपलब्ध है। प्रवेश भैरों मंदिर के मार्ग से होता है।आईटीपीओ ने प्रदर्शकों और आगंतुकों के समग्र होने अनुभव को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए हैं। व्यापक परिसंचरण क्षेत्र के साथ लेआउट को विशाल रखा गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं वाले नए हॉल, नए शौचालय ब्लॉक, बैठने की सुविधा, हरित क्षेत्र आगंतुकों के आराम और अनुभव को बढ़ाएंगे।समर्पित डाकघरों, बैंकों और एटीएम के अलावा, अन्य सुविधाओं में शामिल हैं: मीडिया सेंटर, प्रोटोकॉल, व्यावसायिक दिनों के लिए पंजीकरण (केवल पहले पांच दिन)।आईआईटीएफ और अन्य आयोजनों के दौरान, आईटीपीओ आयोजन स्थल को प्लास्टिक मुक्त बनाने और उसके स्थान पर पर्यावरण अनुकूल विकल्प अपनाने के लिए सक्रिय कदम उठाने को प्रोत्साहित करता है।